काँकेर। इन दिनों शहर में बढ़ती गर्मी के साथ पेयजल की समस्या भी नगर वासियों को झेलनी पड़ रही है। ऐसा नहीं है कि शहर में पेयजल की कोई बहुत बड़ी कमी हो लेकिन सर्वाधिक दुख की बात यह है कि हज़ारों लीटर शुद्ध पेयजल निरंतर व्यर्थ बह रहा है। कई स्थानों में पाइप टूटे हुए हैं और कई स्थानों में टाइम नल की रोटियां टूटी हैं, अथवा गायब हैं। तालाब सूखते जा रहे हैं और नदी में तो 12 महीने में एक महीने भी पानी मुश्क़िल से रहता है, वह भी पीने योग्य नहीं होता है। इस संबंध में “जन सहयोग” के अध्यक्ष श्री पप्पू मोटवानी ने सारे शहर का सर्वे करने के पश्चात अधिकारियों को अवगत किया है और विशेष रूप से उत्तर बस्तर काँकेर के कलेक्टर नीलेश महादेव क्षीरसागर साहब को मोबाइल पर अनुरोध पत्र लिखकर उक्त समस्या की ओर संवेदनशीलता पूर्वक ध्यान देने, स्वत: संज्ञान लेने की प्रार्थना की है। उल्लेखनीय है कि सबसे बड़ा नुक़सान कोमल देव अस्पताल के पास स्थित बड़े पाइप के टूटे होने के कारण सर्वाधिक शुद्ध पेय जल वहीं बर्बाद हो जाता है। छोटे-मोटे पाइप रिपेयर की आवश्यकता अनेक स्थानों में है, जिन पर संबंधित कर्मचारियों एवं अधिकारियों का ध्यान नहीं है। टाइमिंग नल की टोटियां अनेक स्थानों पर टूटी हुई हैं अथवा चोरी जा चुकी हैं, जिनका रिप्लेसमेंट तत्काल आवश्यक है अन्यथा उनमें से भी हज़ारों लीटर जल का रिसाव होता रहेगा और जिन मोहल्ले में शुद्ध पेयजल की कमी है, वहां मजबूरन टैंकर की व्यवस्था करनी पड़ेगी। आशा की जाती है कि कलेक्टर महोदय द्वारा स्वत: संज्ञान लेने के पश्चात नगर पालिका तथा जल आपूर्ति से संबंधित विभाग इस दिशा में सक्रिय हो सकेंगे।